
दिल्ली की Rouse Avenue Court ने Chinese Visa Scam Case में कांग्रेस सांसद Karti Chidambaram के खिलाफ आरोप तय (Charges Framed) कर दिए हैं। कोर्ट ने इस मामले में आपराधिक साजिश (Criminal Conspiracy) के आरोप स्वीकार करते हुए अन्य आरोपियों के साथ Bhaskar Raman को भी आरोपी बनाया है।
इस केस की अगली सुनवाई 16 जनवरी को होगी।
Court Order के बाद Karti Chidambaram का Reaction
कोर्ट के फैसले के बाद Karti Chidambaram ने कहा, “कानून मुझे कई विकल्प देता है और उन सभी विकल्पों का इस्तेमाल किया जाएगा।”
यानि legal battle अभी लंबी चलने वाली है—courtroom politics का अगला chapter pending है।
क्या है पूरा मामला? (Case Explained)
यह मामला 2011 का है, जब P. Chidambaram देश के केंद्रीय गृह मंत्री थे।
आरोपों के मुताबिक:
- 263 चीनी नागरिकों को नियमों के खिलाफ वीज़ा/वीज़ा एक्सटेंशन दिलाया गया
- ये नागरिक Punjab में Vedanta Group की कंपनी Talwandi Sabo Power Limited के लिए काम कर रहे थे
- कथित तौर पर करीब ₹50 लाख की रिश्वत ली गई
- उद्देश्य: वीज़ा अवधि बढ़वाना
CBI–ED Angle: Money Trail पर नजर
इस केस में CBI ने आपराधिक साजिश के आरोप लगाए हैं, जबकि Enforcement Directorate (ED) ने Money Laundering का मामला दर्ज किया था। जांच एजेंसियों का कहना है कि policy और procedure को bypass कर benefits दिलाए गए।

“Visa window छोटी थी, लेकिन legal file बहुत मोटी होती जा रही है।”
Why It Matters: Politics & Law का Intersection
यह मामला इसलिए भी अहम है क्योंकि:
- आरोपी एक sitting MP हैं
- केस का timeline एक sensitive ministerial tenure से जुड़ा है
- Foreign nationals, visas और alleged bribery—तीनों national security optics को छूते हैं
Delhi Court द्वारा आरोप तय होना केस का procedural milestone है, न कि अंतिम फैसला। अब निगाहें 16 जनवरी की सुनवाई और defense की legal strategy पर टिकी हैं।
राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप चलते रहेंगे, लेकिन आखिरी शब्द कानून ही बोलेगा।
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